अजय श्रीवास्तव / रायपुर। रायपुर 30 जनवरी को बस्तर संभाग में एक बार फिर नक्सलियों की कायरता पूर्ण हरकत सामने आई हैं। नक्सलियों के गढ़ में प्रदेश शासन के जनहित कार्य एवं आम नागरिकों तक पहुंच के लिए गये प्रयास के भय से नक्सलियों ने 2021 के बाद फिर एक बार दंडकारण्य स्पेशल टीम ने लगभग 100 से अधिक संख्या में पहुंचे ।
नक्सलियों ने नये खोले जा रहे कैंप की स्थापना पर नक्सलियों ने अपनी पकड़ कम होने के भय से कल दोपहर नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के टेकुलगुडम कैम्प पर अचानक हमला कर दिया इस अचानक हुए हमले में जहां तीन जवान मौके पर ही शहीद हो गए थे वहीं इस हमले में 15 जवान घायल हो गए थे।
हमले के बाद हुई मुठभेड़ में सेटेलाइट ड्रोन कैमरे से ली गई फोटो में नक्सलियों के अनेक सदस्यों के भी मारे जाने की। जानकारी मिली है जिसकी पुष्टि डीजीपी अशोक जुनेजा ने भी की है। नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के टेकुलगुडम कैम्प पर अचानक हमला कर दिया इस अचानक हमले में जहां तीन जवान मौके पर ही शहीद हो गए थे वहीं इस हमले में 15 जवान घायल हो गए थे। इसी क्षेत्र में 2021 में हुई सुरक्षाबलों एवं नक्सली मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के 23 जवान शहीद हो गए थे। जबाबी हमले में कोबरा बटालियन और DRG के जवानों के साथ नक्सलियों से मुठभेड़ बहुत देर तक हुई बाद में सुरक्षाबलों के दबाब के कारण नक्सली भाग खड़े हुए।
सभी घायल जवानों को चॉपर से किया गया जगदलपुर रेफर किया गया था, प्राथमिक उपचार के बाद सभी घायल जवानों को बेहतर इलाज के लिए राजधानी के दो अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इस घटनाक्रम के बाद देर रात मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं उपमुख्यमंत्री ने सुरक्षाबलों के घायल जवानों से मिलने और उनका हाल जानने के लिए रायपुर के दोनों अस्पतालों में पहुंचें । नारायणा अस्पताल में 05 जवानों और बालाजी अस्पताल में 03 जवानों को भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इन दोनों अस्पतालों में इलाजरत जवानों से मुलाकात की। उनका कुशलक्षेम जाना और चिकित्सकों को घायल जवानों का बेहतर से बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। इस दौरान उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा, वनमंत्री केदार कश्यप, डीजीपी अशोक जुनेजा, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद एवं बसवराजू उनके साथ थे।
सुकमा जिले के जगरगुंडा थाने के टेकलगुड़ेम में नक्सलियों और सुरक्षा बल के जवानों के बीच हुई मुठभेड में सुरक्षा बल के तीन जवान शहीद हो गए, जब कि 15 जवान घायल हुए हैं। घायल हुए 8 जवानों को बेहतर चिकित्सा के लिए रायपुर लाया गया है और यहां के नारायणा और बालाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अन्य घायल जवानों का इलाज मेडिकल कॉलेज जगदलपुर में जारी है।
मुख्यमंत्री ने बालाजी अस्पताल में घायल जवानों से मुलाकात के बाद कहा कि राज्य मेें नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अब अपने खात्मे की ओर है, यह लड़ाई हम ही जीतेंगे। हम आने वाले समय में नक्सलवाद को खत्म करके रहेंगे। उन्होंने कहा कि आम जनता तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने के लिए शासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने सुदूर वनांचल में नये कैंप स्थापित किए जा रहे हैं।
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उन्होंने कहा है कि नक्सली जिन इलाकों को अब तक अपना समझ रहे थे, उन इलाकों में माओवादी आतंकवाद के विरूद्ध सुरक्षाबलों की दखल और बढ़ते प्रभाव से नक्सली बौखला गए हैं और कायराना हरकत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हर स्थिति में अपने जवानों के साथ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल के जवान सर्चिंग पर निकले थे। नक्सलियों ने उन पर घात लगाकर कायराना हमला किया है। हमारे जवानों ने उनके इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया है, जिसके चलते नक्सली भाग खड़े हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में जब से डबल इंजन की सरकार बनी है, नक्सलियों के विरूद्ध लड़ाई तेज हुई है। माओवाद प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों की प्रभावी कार्यवाही और दखल के चलते नक्सलियों के पांव उखड़ने लगे हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस घटना में शहीद हुए तीन जवानों की शहादत को नमन किया है। उन्होंने शहीद जवानों के परिवारजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा ने टेकलगुड़ेम मुठभेड़ में 3 जवानों की शहादत को नमन कर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने शहीद जवानों के परिवारजनों को इस दुख की घड़ी में धैर्यता से दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने ईश्वर से प्रार्थना की है ।