रांची। झारखंड के राज्यपाल ने आज दोपहर बाद चम्पई सोरेन को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी है। वे झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं और शिबू सोरेन के भरोसेमंद साथी हैं। वे हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में भी कद्दावर मंत्री रहे।उनके साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और राष्ट्रीय जनता दल के इकलौते विधायक भोक्ता को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। यह दोनों हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में शामिल रहे हैं।
एक और जहां आलमगीर कांग्रेस के 16 विधायकों का नेतृत्व कर रहे हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री के साथ शपथ दिलाए जाने की संभावना पहले से ही व्यक्त की जा रही थी लेकिन एकमात्र सदस्य वाले राष्ट्रीय जनता दल को भी पहली खेप में मुख्यमंत्री के साथ शपथ दिलाए जाने का यह अर्थ निकाला जा रहा है कि सबको साध कर चलने की रणनीति अपनाई गई है।
शपथ ग्रहण समारोह में यह साफ तौर पर दिखाया गया कि सोरेन परिवार के भीतर कोई नाराजगी नहीं है और गठबंधन के सारे विधायक एकजुट हैं। शपथ ग्रहण के बाद गठबंधन के विधायकों को हैदराबाद भेजा जा रहा है। जो बहुमत साबित करने के समय वापस आएंगे। राज्यपाल ने चंपई सोरेन को अपनी सरकार का बहुमत सिद्ध करने के लिए 10 दिन का समय दिया है।