अजय श्रीवास्तव/रायपुर — कल देर शाम केडिया डिस्टलरी से कर्मचारियों को लेकर कुम्हारी आ रही कंपनी की एक बस अचानक अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे एक पुरानी खुली खदान में पलट गई लगभग 50 फीट गहरी खदान में लुढ़कने के कारण उसमें बैठे यात्री बुरी तरह से दब गए । घायलों से ऐसी जानकारी मिली है इस बस की लाइट नहीं जल रही थी। जो इस दुर्घटना का मुख्य कारण माना जा सकता है वहीं घायलों ने बताया कि वह पिछले 25 30 साल से इसी तरह इसी मार्ग से आना जाना कर रहे हैं लेकिन आज इस तरह की अनहोनी घटना उनके और उनके साथियों के साथ हो गई।
इस घटना के समय सड़क पर कुछ अन्य वाहन भी चल रहे थे। घटना के तुरंत बाद उन वाहन चालकों में एवं पास जाकर घटना की जानकारी पर कुम्हारी के स्थानीय नागरिकों ने भी बचाव कार्य में अपना सहयोग देना शुरू किया इस बीच पुलिस भी क्रेन लेकर मौके पर पहुंच गए बुरी तरह से एक दूसरे के ऊपर दबाने के कारण कई लोगों की सांस मौके पर ही उखड़ गई थी, ऐसा महसूस किया गया। लेकिन सभी घायलों भिलाई एवं दुर्गा के अस्पतालों की ओर एंबुलेंस की सहायता से भेजा गया।
देर रात इस हुई घटना के बाद दुर्ग जिले के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला मैं भी मौके पर पहुंचे। सभी 40 घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किया गया वहीं कुछ घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए रायपुर स्थित एम्स हॉस्पिटल भी रेफर किया गया।
लेकिन इस दुर्घटना का दुखद बात यह रही कि इसमें 14 लोगों ने अपने प्राण गवा दिए। देर रात प्रदेश के मुख्यमंत्री साय ने भी इस घटना पर अपना दुख व्यक्त किया वही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मृतकों के परिजन ऑन और मृतकों के लिए सांत्वना दी है।
न्यायिक जांच की घोषणा
मुख्यमंत्री साय ने कुम्हारी में हुए घटना पर न्यायिक जांच के आदेश दे दिया गया है। अब जांच में यह बात सामने आएगी कि जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी वह किसकी गलती थी। बरहाल अभी तक शासन की ओर से मृतकों के लिए किसी भी सहायता राशि की कोई घोषणा नहीं की गई है , लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सभी घायलों के बेहतर इलाज के लिए सभी मेडिकल फैसिलिटी देने का आदेश जारी किया है ।

